तन्हाई की यह कुछ ऐसी अजब रात है; तुझसे जुडी हुई हर याद मेरे साथ है....!!! तड़प रहा है तनहा चाँद बिना चांदनी के; इस अंधेरी रात में आज कुछ और बात है....!!!
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